पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला: 5 आतंकवादी ढेर, कई पुलिसकर्मी घायल
पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला: 5 आतंकवादी ढेर, कई पुलिसकर्मी घायल
पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर आत्मघाती हमला, 5 आतंकवादी मारे गए और 6 पुलिसकर्मी घायल। हालिया घटनाएं पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद की खतरनाक तस्वीर पेश कर रही हैं।
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में आतंकवादियों ने मंगलवार को एक बड़ा हमला कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, अर्धसैनिक बल के मुख्यालय पर हमला करने वाले कम से कम 5 आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए। इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद की गंभीर स्थिति को उजागर कर दिया है।
आत्मघाती हमले से शुरू हुआ हमला: पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला
जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ सलीम अब्बास कलाची) के अनुसार आतंकियों ने यह हमला पूरी तरह योजनाबद्ध तरीके से किया। सबसे पहले एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदी गाड़ी को मुख्य द्वार से टकरा दिया, जिससे जोरदार धमाका हुआ और उसकी आवाज़ दूर तक सुनाई दी। विस्फोट के तुरंत बाद आतंकी सीधे संघीय कांस्टेबुलरी (एफसी) लाइन्स, बन्नू की ओर बढ़े। यह इलाका अफगानिस्तान की सरहद से लगा हुआ है और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र माना जाता है।
मुठभेड़ और सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई
हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला। प्रारंभिक मुठभेड़ में ही एक आतंकी मार गिराया गया। इसके बाद पुलिस, अर्धसैनिक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त अभियान शुरू किया, जिसमें चार और आतंकवादी मारे गए। कुल मिलाकर 5 आतंकवादी ढेर कर दिए गए।
हालांकि, इस दौरान पुलिस को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। छावनी पुलिस स्टेशन के एसएचओ गंभीर रूप से घायल हो गए और पाँच अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए। बाद में पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी बन्नू सज्जाद खान) ने जिला अस्पताल में जाकर घायलों का हालचाल लिया।
पुलिस का सख्त रुख
डीपीओ कलाची ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बन्नू में किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “आतंकवादियों को कभी भी मुसलमान नहीं कहा जा सकता।” सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और आतंकवादियों के संभावित ठिकानों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान जारी है।
लक्की मरवत में भी हमला
बन्नू की इस घटना के अलावा, लक्की मरवत जिले में भी आतंकवादियों ने गोलीबारी की। इसमें दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। लगातार बढ़ रही ऐसी घटनाओं ने पूरे प्रांत में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
पाकिस्तान में बढ़ता आतंकवाद: पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला
विशेषज्ञों के अनुसार, नवंबर 2022 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने सरकार के साथ युद्धविराम तोड़ दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमलों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज़ (PICSS) की हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अगस्त 2024 के दौरान पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में 74% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जुलाई की तुलना में अगस्त का महीना पिछले दस वर्षों में सबसे ज्यादा हिंसक और घातक साबित हुआ।
सुरक्षा तंत्र पर सवाल
लगातार बढ़ते हमले पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे सीमावर्ती प्रांतों में आतंकवादी संगठन और अधिक सक्रिय हो रहे हैं। इनकी गतिविधियों पर नियंत्रण न किया गया तो आने वाले समय में स्थिति और भयावह हो सकती है।
पाकिस्तान की चुनौती: पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल मुख्यालय पर बड़ा हमला
आतंकवाद का यह बढ़ता ग्राफ केवल पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए ही खतरा नहीं है, बल्कि इसके विदेशी रिश्तों पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है। विशेषकर अफगानिस्तान से लगती सीमाओं पर घुसपैठ और लगातार हो रहे हमलों ने दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा बलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस बढ़ते आतंकवाद पर लगाम लगाना और आम नागरिकों का भरोसा वापस पाना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निकट भविष्य में कोई ठोस और प्रभावी रणनीति नहीं बनाई गई, तो मौजूदा हालात पाकिस्तान की शांति और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बन सकते हैं।

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