
वायुसेना और नौसेना प्रमुखों की संयुक्त रणनीति पर चर्चा, भारत की सैन्य शक्ति को मिल रहा नया आयाम
वायुसेना और नौसेना प्रमुखों की संयुक्त रणनीति पर चर्चा, भारत की सैन्य शक्ति को मिल रहा नया आयाम
वायुसेना और नौसेना प्रमुखों की संयुक्त रणनीति पर चर्चा: एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने साउथ ब्लॉक में थल सेना प्रमुख के साथ मिलकर संयुक्त सैन्य अभियानों पर उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में समुद्री और हवाई युद्ध के समन्वय और त्रि-सेना तालमेल को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।
वायुसेना और नौसेना प्रमुखों ने संयुक्त अभियानों को लेकर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से की चर्चा
एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने मंगलवार को एक अहम बैठक के दौरान वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से संयुक्त अभियानों की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान तीनों सेनाओं के बीच आपसी समन्वय को मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई गई।
यह उच्चस्तरीय बातचीत साउथ ब्लॉक में आयोजित की गई, जिसमें थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी उपस्थित रहे।
भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि इस बातचीत में भविष्य में संभावित युद्ध स्थितियों के मद्देनज़र समुद्री और हवाई युद्ध के समन्वित संचालन पर विशेष रूप से ज़ोर दिया गया।
सेना ने इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और विभिन्न सैन्य कमांडर उपस्थित दिखाई दिए।
पोस्ट में आगे लिखा गया कि “इस बैठक में संयुक्त ऑपरेशनल योजना पर विस्तार से चर्चा की गई और आने वाले युद्ध परिदृश्यों में त्रि-सेना समन्वय के महत्व को रेखांकित किया गया।”
यह महत्वपूर्ण संवाद ऐसे समय में हुआ है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई की सुबह, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में, पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकियों के कई ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर नष्ट किया था।
भारत की इस निर्णायक सैन्य कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सशस्त्र सेनाएं आपसी तालमेल को और अधिक मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।