इंडिगो विमानन संकट: सैकड़ों उड़ानें रद्द, यात्रियों में हड़कम्प | क्या है असली कारण
इंडिगो विमानन संकट: सैकड़ों उड़ानें रद्द, यात्रियों में हड़कम्प | क्या है असली कारण?
इंडिगो विमानन संकट – इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo द्वारा सैकड़ों उड़ानें रद्द किए जाने से यात्रियों में हड़कम्प। एयरपोर्ट्स पर भारी भीड़, रिफंड घोषणा, सरकार का हस्तक्षेप और भविष्य में क्या होगा? पूरी रिपोर्ट पढ़ें।
इंडिगो विमानन संकट — सैकड़ों उड़ानें रद्द, यात्रियों में हड़कम्प
नई दिल्ली, 6 दिसंबर 2025: देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो को पिछले दो-तीन दिनों से बड़े परिचालन संकट का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने क्रू-रेस्ट नियमों, स्टाफ की कमी और ऑपरेशनल बाधाओं का हवाला देते हुए अचानक बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द कर दीं।
इस निर्णय का सीधा असर हजारों यात्रियों पर पड़ा, जो अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए एयरपोर्ट पर घंटों फंसे रहे। कई यात्री महंगी टिकटों, लंबी कतारों और भ्रमपूर्ण जानकारी को लेकर गुस्से में दिखाई दिए।
✈️ 250 से अधिक उड़ानें रद्द, कई पुनर्निर्धारित
सूत्रों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, केवल आज यानी 6 दिसंबर को ही 250–300 से अधिक उड़ानें रद्द या पुनर्निर्धारित की गईं। पिछले तीन दिनों में लगभग 1000 उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा है।
सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और चेन्नई शामिल हैं। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर एयरपोर्ट की भीड़ और अफरा-तफरी दिखाते हुए इंडिगो और उड्डयन मंत्रालय से जवाब मांगा।
📣 यात्रियों की नाराज़गी चरम पर- इंडिगो विमानन संकट
यात्रियों का कहना है कि न तो उन्हें पहले से समय पर जानकारी दी गई और न ही एयरलाइन की तरफ से वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
कई लोगों ने ट्वीट कर बताया कि 40–50 हजार रुपये का टिकट लेने के बावजूद उन्हें घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ी और यात्राओं के कार्यक्रम बिगड़ गए।
एक यात्री ने अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा: “टिकट का पैसा तो तुरंत ले लिया जाता है, लेकिन जब मदद की ज़रूरत होती है, तो कोई आगे नहीं आता। मुझे और मेरे परिवार को पूरी रात एयरपोर्ट पर गुजारनी पड़ी।”
🏛️ सरकार का हस्तक्षेप, रिफंड और जांच के आदेश
घटनाक्रम के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) हरकत में आया और एयरलाइन से कारण बताओ रिपोर्ट मांगी।
साथ ही सरकार ने हवाई किराया बढ़ोतरी और लास्ट-मिनट चार्ज पर सख्ती का निर्देश जारी किया है।
इसके बाद इंडिगो ने घोषणा की कि 5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द या प्रभावित उड़ानों के लिए फुल रिफंड (Full Refund) या बिना फीस के री-बुकिंग की सुविधा दी जाएगी।
🧭 संकट की वजह क्या है? इंडिगो विमानन संकट
एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
अनुमेय कारण स्पष्टीकरण
क्रू-रेस्ट और नियामक दबाव DGCA ने स्टाफ की कार्य अवधि पर नए नियम लागू किए
केबिन क्रू और ग्राउंड स्टाफ की गंभीर कमी महामारी के बाद भर्तियों में देरी
मेंटेनेंस से जुड़ी लगातार समस्याएँ विमानों की समय सीमा-आधारित जांच
छुट्टियों में यात्रा वृद्धि त्योहारी सीज़न में अतिरिक्त मांग
🔮 आगे क्या? यात्रियों के लिए सलाह
✦ यात्रा से 24 घंटे पहले फ्लाइट का स्टेटस चेक करें
✦ एयरपोर्ट जाने से पहले SMS/ऐप अपडेट पर ध्यान दें
✦ रिफंड या री-बुकिंग विंडो का लाभ तुरंत उठाएं
✦ सोशल मीडिया शिकायतें तेज़ कार्रवाई दिला सकती हैं
इंडिगो विमानन संकट —निष्कर्ष
इंडिगो का यह विमानन संकट भारतीय एविएशन सिस्टम की नाजुकता को उजागर करता है।
एक ओर जहां यात्रियों का भरोसा टूट रहा है, वहीं सरकार और उड्डयन विभाग को सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे हालात के लिए बचाव और आपात योजना तैयार रहे।
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आने वाले दिनों में स्थिति सामान्य होती दिखाई दे रही है, लेकिन यात्रियों की नाराज़गी और भ्रम को शांत करने के लिए पारदर्शिता बेहद ज़रूरी है।
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