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आज का पंचांग: मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी — पूजा-पाठ व शुभ मुहूर्त के लिए उत्तम दिन

आज का पंचांग: मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी — पूजा-पाठ व शुभ मुहूर्त के लिए उत्तम दिन

आज का पंचांग: आज मार्गशीर्ष मास की शुक्ल अष्टमी है — पूजा, व्रत और शुभ आरंभ के लिए आज का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष शुभ है। जानें आज के शुभ मुहूर्त और उपाय।

🕉️ आज की तिथि और पंचांग विवरण

आज, 28 नवंबर 2025, शुक्रवार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार यह मार्गशीर्ष मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी तिथि है।

इस दिन चंद्रमा कुंभ राशि में है और नक्षत्र शतभिषा है।

धर्मग्रंथों और पंचांगों के अनुसार, मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी को मासिक मासिक दुर्गाष्टमी के रूप में भी मनाया जाता है — जो हर महीने अष्टमी तिथि पर होती है।

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🙏🏻 क्यों है आज का दिन खास — धार्मिक एवं ज्योतिषीय महत्व

मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी को मासिक दुर्गाष्टमी मानकर पूजा किया जाता है। यह दिन देवी का स्मरण और व्रत-पूजा के लिए शुभ माना जाता है।

इस तिथि पर पूजा-पाठ, व्रत, हवन-जलाभिषेक, ध्यान, दान जैसे शुभ कर्म करने से माना जाता है कि देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है, जीवन के कष्ट, बाधाएं और नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।

यदि आप घर-परिवार में नए कार्य (जैसे गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत, नए प्रोजेक्ट आदि) या शुभ आरंभ करना चाहते हैं, तो आज का दिन ऐसा काम करने के लिए अनुकूल माना जाता है।

🕰️ आज के शुभ व अशुभ मुहूर्त और समय सारिणी: आज का पंचांग

पंचांगों में आज के लिए शुभ व अशुभ मुहूर्त, राहु-काल आदि का उल्लेख है।

तिथि प्रारंभ: अष्टमी आज रात करीब 12:15–12:30 बजे से शुरू हुई थी और अगले दिन तक चलेगी।

दिन शुभ है — पूजा, व्रत, हवन, दान, धार्मिक अनुष्ठान, व्रत आदि के लिए उत्तम समय है।

हालांकि, कुछ समयावधि जैसे राहु-काल या अन्य अशुभ मुहूर्त हो सकते हैं — इसलिए पूजा-पाठ या शुभ कार्य से पहले स्थानीय पंचांग देखें।

आज का पंचांग:  आज आप कौन-कौन से कार्य कर सकते हैं

अगर आप आज का दिन भक्ति, शुद्धता और शुभ कार्यों के लिए समर्पित करना चाहते हैं, तो ये उपाय लाभदायक हो सकते हैं:

  1. माँ दुर्गा की पूजा / हवन / जलाभिषेक — शुद्ध मन और श्रद्धा के साथ।
  2. दान-पुण्य, गरीबों को भोजन या वस्त्र दान — पुण्य और आध्यात्मिक तरक्की के लिए।
  3. नए कार्यों की शुरुआत — व्यापार, शिक्षा, कोई नया प्रोजेक्ट, पूजा-स्थल की सफाई आदि।
  4. घर-परिवार में सामूहिक पूजा या व्रत — पारिवारिक सुख, शांति और समृद्धि के लिए।
  5. स्वयं ध्यान, जाप, मंत्रोच्चारण — मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक लाभ के लिए।

📌 क्यों ध्यान दें: शुभ मुहूर्त + स्वयं की आस्था

धार्मिक कैलेंडर और पंचांग आपको एक मार्गदर्शक देते हैं — लेकिन महत्व इस बात का है कि आप मन से, श्रद्धा और भाव-भावना के साथ पूजा-पाठ करें।

आज मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी ने, साथ में मासिक दुर्गाष्टमी का योग बनाकर, एक ऐसा अवसर प्रदान किया है जिसमें भक्तजन — अपने घर, परिवार, समाज या स्वयं के लिए — शुभ आरंभ कर सकते हैं।

✨ निष्कर्ष

28 नवंबर 2025 — मार्गशीर्ष मास की शुक्ल अष्टमी — आज का दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। चाहे आप पूजा-पाठ करें, व्रत रखें, दान करें, या किसी नए काम की शुरुआत करें — आज का दिन आपके लिए शुभ और अनुकूल साबित हो सकता है।

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इसलिए यदि आपने लंबे समय से पूजा-पाठ, व्रत या धार्मिक अनुष्ठान नहीं किया है या एक नए आरंभ की सोच रहे हैं — तो आज का दिन आपके लिए उत्तम अवसर है।

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