नवीनतमप्रदर्शितप्रमुख समाचारराजनीतिराज्यसमाचार

जेकेएनसी ने जम्मू-कश्मीर की तीन राज्यसभा सीटें जीती, भाजपा को एक सीट का संतोष

जेकेएनसी ने जम्मू-कश्मीर की तीन राज्यसभा सीटें जीती, भाजपा को एक सीट का संतोष

जेकेएनसी ने जम्मू-कश्मीर की तीन राज्यसभा सीटें जीती: फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर की चार राज्यसभा सीटों में से तीन पर कब्जा किया। भाजपा ने केवल एक सीट हासिल की। जानिए कौन बने विजेता और इस चुनाव का महत्व।

जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा चुनावों के परिणाम शुक्रवार को सामने आ गए, जिसमें फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) ने स्पष्ट बढ़त दिखाई। कुल चार सीटों में से जेकेएनसी ने तीन सीटें जीतकर अपनी राजनीतिक मजबूती का प्रदर्शन किया, जबकि भाजपा को केवल एक सीट पर संतोष करना पड़ा।

https://www.jagran.com/politics/national-bjp-jibe-before-the-mahagathbandhan-press-conference-says-tejashwi-showed-rahul-place-40017100.html

चौधरी मोहम्मद रमजान की जीत

पहली जीत चौधरी मोहम्मद रमजान की रही, जिन्होंने 58 वोट प्राप्त किए और भाजपा के अली मोहम्मद मीर को 28 वोटों से मात दी। सूत्रों के अनुसार, एक वोट खारिज कर दिया गया और किसी भी प्रकार की क्रॉस-वोटिंग की सूचना नहीं है। रमजान की जीत जेकेएनसी के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।

एनसी के सज्जाद किचलू ने दूसरी सीट पर कब्जा किया, जबकि पार्टी के कोषाध्यक्ष शम्मी ओबेरॉय ने तीसरी सीट जीती। शम्मी ओबेरॉय का यह जीत इतिहास में महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर से पहले सिख सांसद बनने जा रहे हैं। पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर दोनों नेताओं को जीत की बधाई दी।

चौथी और अंतिम सीट भाजपा के सतपाल शर्मा के नाम रही, जिन्हें कुल 32 वोट मिले। इनमें चार क्रॉस वोट भी शामिल थे, जबकि जेकेएनसी को 22 वोट प्राप्त हुए। यह सीट भाजपा के लिए अहम रही क्योंकि उसने अकेले इस सीट को अपने नाम किया।

विशेष बात यह है कि यह जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और राज्य के दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद होने वाला पहला राज्यसभा चुनाव था। इससे पहले विधानसभा परिसर में मतदान संपन्न हुआ था, जो राजनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जेकेएनसी ने जम्मू-कश्मीर की तीन राज्यसभा सीटें जीती: राज्यसभा में जेकेएनसी की बढ़त

राज्यसभा में जेकेएनसी की यह बढ़त केंद्र शासित प्रदेश की राजनीति पर बड़ा असर डाल सकती है। राजनीतिक विश्लेषक इसे जेकेएनसी की लोकप्रियता और संगठनात्मक ताकत का प्रमाण मान रहे हैं। वहीं, भाजपा को केवल एक सीट मिलने से पार्टी के रणनीतिक दृष्टिकोण पर भी सवाल उठ रहे हैं।

https://vartaprabhat.com/gangavati-bjp-yuva-morcha-leader-venkatesh-kuruba-murder-news/

इस चुनाव ने स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर में अब भी स्थानीय दलों का दबदबा है, और जेकेएनसी अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है। आगामी राजनीतिक समीकरणों में इस चुनाव का असर स्पष्ट तौर पर देखने को मिलेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *