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कश्मीर में आतंक समर्थक नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई: 100 से अधिक लोग हिरासत में, कई जिलों में छापेमारी

कश्मीर में आतंक समर्थक नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई: 100 से अधिक लोग हिरासत में, कई जिलों में छापेमारी

कश्मीर में आतंक समर्थक नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी समर्थन नेटवर्क को खत्म करने के लिए व्यापक अभियान चलाया। घाटी और जम्मू प्रांत में 100 से अधिक लोग हिरासत में लिए गए। कई जिलों में छापेमारी कर आतंकवादियों के समर्थकों, रिश्तेदारों और संदिग्धों से पूछताछ जारी।

कश्मीर में आतंकवादियों के समर्थन नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत घाटी और जम्मू प्रांत में कई जगहों पर छापेमारी की गई और 100 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई आतंकवादी संगठनों को मिलने वाले रसद, वित्तीय और वैचारिक समर्थन को खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम है।

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पिछले दो दिनों में कश्मीर घाटी के साथ-साथ जम्मू क्षेत्र के कई जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाए गए। इनमें उन लोगों को निशाना बनाया गया जिन पर पाकिस्तान या पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय आतंकवादियों से संपर्क होने का संदेह था। जम्मू के कठुआ ज़िले में दो विशेष पुलिस अधिकारियों (SPOs) को भी सेवा से बर्खास्त किया गया, जिन पर आतंकवादियों की मदद करने का आरोप था।

अनंतनाग, डोडा, राजौरी और किश्तवाड़ में तलाशी अभियान

अनंतनाग, डोडा, राजौरी और किश्तवाड़ जैसे जिलों में भी तलाशी अभियान चलाए गए। किश्तवाड़ में पुलिस ने सिम कार्ड विक्रेताओं की दुकानों की जांच की ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं राष्ट्रविरोधी तत्वों को मोबाइल सिम की आपूर्ति तो नहीं की जा रही है।

दक्षिण कश्मीर में, पुलिस ने हिज़्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर गुलाम नबी खान उर्फ़ आमिर खान के परिजनों और अन्य पाकिस्तान स्थित आतंकियों के घरों पर भी छापे मारे।

एक आधिकारिक बयान में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, “विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने संयुक्त रूप से घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाए। उद्देश्य था — ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और नेटवर्क ऑपरेटर्स द्वारा आतंकियों को दी जाने वाली सहायता को समाप्त करना।”

अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का मकसद आतंकवादियों को स्थानीय स्तर पर मिलने वाले किसी भी प्रकार के समर्थन को पूरी तरह समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल आतंकी ढांचे को तोड़ने के लिए बल्कि घाटी में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है।

कश्मीर में आतंक समर्थक नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई: आतंकवादियों के समर्थन नेटवर्क पर सीधा प्रहार

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम आतंकवादियों के समर्थन नेटवर्क पर सीधा प्रहार कर रहे हैं। ये छापेमारी उनके पुनर्गठन के प्रयासों को विफल करने की दिशा में एक ठोस कदम है।”

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पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह पूरा अभियान कानूनी प्रक्रिया और उचित प्राधिकरण के तहत संचालित किया गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक शांति के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

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