दुनियानवीनतमप्रदर्शितप्रमुख समाचारसमाचार

‘युद्ध के लिए तैयार’: इस्तांबुल वार्ता विफल, तालिबान ने पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी

‘युद्ध के लिए तैयार’: इस्तांबुल वार्ता विफल, तालिबान ने पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी

‘युद्ध के लिए तैयार’: इस्तांबुल में अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान शांति वार्ता विफल होने के बाद तालिबान ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है। अफ़ग़ान सरकार ने इस्लामाबाद पर कपटपूर्ण रवैये और शांति प्रयासों को बाधित करने का आरोप लगाया है। बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों के रिश्ते नए टकराव की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।

अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान शांति वार्ता

इस्तांबुल में आयोजित अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान शांति वार्ता का नवीनतम दौर पूरी तरह विफल हो गया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इस असफलता के बाद तालिबान ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है कि यदि इस्लामाबाद ने अपनी हरकतें नहीं रोकीं, तो अफ़ग़ानिस्तान “युद्ध के लिए तैयार” है।

https://www.jagran.com/world/middle-east-turkiye-fire-at-perfume-depot-in-northwestern-many-died-injured-hospitalized-in-severe-conditions-40032978.html

अफ़ग़ानिस्तान के इस्लामी अमीरात ने शुक्रवार को एक सख्त बयान जारी करते हुए पाकिस्तान पर “कपटपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना रवैये” का आरोप लगाया। प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने अपने बयान में कहा कि तुर्की और कतर जैसे “भाईचारे वाले देशों” की मध्यस्थता के बावजूद, पाकिस्तान ने वार्ता को निष्फल बना दिया।

मुजाहिद ने बताया कि अफ़ग़ान प्रतिनिधियों ने पूरी सद्भावना और ईमानदारी के साथ भाग लिया था, लेकिन पाकिस्तान ने बार-बार वही रुख़ अपनाया जिसमें वह अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी अफ़ग़ानिस्तान पर थोपने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद ने “अपनी सीमाओं की रक्षा” और “अंदरूनी सुरक्षा” को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई।

तालिबान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अफ़ग़ानिस्तान अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। उनके बयान में यह भी कहा गया कि अफ़ग़ानिस्तान की भूमि का उपयोग किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं किया जाएगा, लेकिन यदि कोई हमला हुआ तो “अल्लाह की मदद से उसका जवाब पूरी ताक़त के साथ दिया जाएगा।”

‘युद्ध के लिए तैयार’: इस्तांबुल वार्ता का तीसरा दौर बिना किसी परिणाम के समाप्त

इसी बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि इस्तांबुल वार्ता का तीसरा दौर बिना किसी परिणाम के समाप्त हो गया है और फिलहाल चौथे दौर की कोई योजना नहीं है। वहीं, अफ़ग़ानिस्तान के जनजातीय मामलों के मंत्री नूरुल्लाह नूरी ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को “अफ़ग़ानों के धैर्य की परीक्षा” नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति युद्ध तक पहुँची, तो “अफ़ग़ानिस्तान के बुज़ुर्ग और युवा दोनों मोर्चे पर उतर आएंगे।”

तालिबान प्रवक्ता मुजाहिद ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बीच संघर्ष नया नहीं है, बल्कि यह 2002 से जारी है। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान ने दोनों पक्षों के बीच बातचीत कराने की कोशिश की थी, जो काफी हद तक सफल रही, लेकिन पाकिस्तानी सेना के कुछ गुटों ने इसे असफल बना दिया क्योंकि वे नहीं चाहते कि अफ़ग़ानिस्तान एक मजबूत और संप्रभु राष्ट्र बने।

https://vartaprabhat.com/india-next-superpower-finland-president-united-nations/

विश्लेषकों का मानना है कि इस्लामाबाद के रवैये और अफ़ग़ानिस्तान के बढ़ते अविश्वास ने दोनों देशों को एक बार फिर टकराव की दिशा में धकेल दिया है। सीमा पर संघर्षविराम लागू होने के बावजूद अफ़ग़ानिस्तान को आशंका है कि पाकिस्तान जल्द ही बिना उकसावे के ड्रोन हमले कर सकता है।

अफ़ग़ानिस्तान की यह कड़ी चेतावनी न केवल इस्लामाबाद के लिए एक संदेश है, बल्कि यह भी संकेत है कि मध्य एशिया में शांति की उम्मीद एक बार फिर अधर में लटक गई है।

One thought on “‘युद्ध के लिए तैयार’: इस्तांबुल वार्ता विफल, तालिबान ने पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *