नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, गांधी मैदान में हुआ भव्य शपथ ग्रहण
नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, गांधी मैदान में हुआ भव्य शपथ ग्रहण
नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई दिग्गज नेता हुए शामिल। नए मंत्रिमंडल में 26 मंत्री हुए शामिल। पढ़ें पूरी खबर।
नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने: गांधी मैदान में हुआ ऐतिहासिक शपथ ग्रहण
बिहार की राजनीति में आज इतिहास लिखा गया, जब जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित इस भव्य समारोह में देश के कई बड़े नेताओं ने शिरकत की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और एनडीए सरकार के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल रहे।
यह अवसर राजनीतिक स्थिरता और नीतीश कुमार के लंबे कार्यकाल का एक और बड़ा पड़ाव माना जा रहा है। बिहार की राजनीति में लगभग तीन दशकों से सक्रिय नीतीश कुमार ने अपने प्रशासनिक अनुभव और विकास मॉडल के दम पर राज्य में मजबूत पकड़ बनाए रखी है।
नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: 26 मंत्रियों ने भी ली शपथ, NDA का मज़बूत कॉम्बिनेशन
शपथ ग्रहण समारोह में नए गठित मंत्रिमंडल के 26 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसमें बीजेपी, जेडीयू और अन्य सहयोगी दलों के नेताओं को शामिल किया गया है। नए मंत्रिमंडल को सामाजिक समीकरणों और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है ताकि राज्य में सुशासन एवं विकास का एजेंडा आगे बढ़ाया जा सके।
पीएम मोदी ने दी बधाई, कहा — “बिहार के विकास की रफ्तार और तेज़ होगी”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को शपथ ग्रहण के बाद बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय में बिहार में विकास की रफ्तार और तेज़ होगी। उन्होंने भरोसा जताया कि केंद्र और राज्य मिलकर नई ऊंचाइयाँ हासिल करेंगे।
राजनीतिक मायनों में यह पल क्यों महत्वपूर्ण है?
- किसी भी राज्य के लिए यह बेहद दुर्लभ है कि एक नेता लगातार कई कार्यकालों तक जनाधार बनाए रखे।
- नीतीश कुमार ने अपनी प्रशासनिक क्षमता और “सुशासन मॉडल” के कारण राज्य में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है।
- पिछली सरकारों की तुलना में उनका कार्यकाल स्थिर माना जाता है।
- यह शपथ ग्रहण एनडीए की एकजुटता और भविष्य की राजनीतिक रणनीति को भी दर्शाता है।
नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: गांधी मैदान में उमड़ा जनसैलाब
शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए गांधी मैदान में भारी भीड़ जुटी। लोगों में उत्साह और जश्न देखा गया। मंच पर सिक्योरिटी के कड़े इंतज़ाम किए गए थे और पूरे पटना में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखा गया।
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आगे की प्राथमिकताएँ क्या होंगी?
नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकताएँ होंगी:
- बेरोज़गारी कम करना
- सड़क और बिजली जैसी आधारभूत संरचना को और मजबूत करना
- महिलाओं और युवाओं के लिए नीतियों को और प्रभावी बनाना
- कृषि सुधार और किसानों की आय बढ़ाना
